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जयपुर: दिसंबर की शुरुआत होते ही राजस्थान में सर्दी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। आज, 3 दिसंबर 2025 को प्रदेश के अधिकतर जिलों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग (IMD Jaipur) के अनुसार, पिछले 24 घंटों में रात के तापमान में करीब 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है, जिससे लोग ठिठुरने पर मजबूर हो गए हैं।
उत्तरी भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने पूरे राजस्थान को अपनी चपेट में ले लिया है। माउंट आबू, चूरू और फतेहपुर में हालात ऐसे हैं कि ओस की बूंदें जमने लगी हैं।
शेखावाटी और हिल स्टेशन पर 'फ्रिज' जैसे हालात
प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू (Mount Abu) सबसे ठंडा रहा, जहां पारा जमाव बिंदु (Freezing Point) के करीब पहुंच गया है। वहीं, शेखावाटी अंचल यानी सीकर, चूरू और झुंझुनूं में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
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फतेहपुर (सीकर): यहाँ न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया है।
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चूरू: खुले मैदानों में चल रही सर्द हवाओं ने यहाँ जनजीवन प्रभावित किया है।
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जयपुर: राजधानी जयपुर में भी गलन बढ़ गई है। सुबह और शाम के समय लोग अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी (IMD Alert)
मौसम केंद्र जयपुर ने अगले 48 घंटों के लिए 'कोल्ड वेव' (Cold Wave) का अलर्ट जारी किया है।
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घना कोहरा: हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर और अलवर जैसे जिलों में सुबह के समय घना कोहरा (Dense Fog) छाया रहेगा, जिससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो सकती है।
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शीतलहर: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण दिन में भी धूप बेअसर रहेगी और गलन महसूस होगी।
किसानों के लिए सलाह
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह ठंड रबी की फसलों, विशेषकर गेहूं और सरसों के लिए तो फायदेमंद है, लेकिन पाला पड़ने से सब्जियों की फसल को नुकसान हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की सिंचाई करें ताकि पाले का असर कम हो सके।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, आने वाले एक हफ्ते तक राहत मिलने की उम्मीद कम है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के असर के बाद अब आसमान साफ होने से रात का तापमान और गिरेगा। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में सर्दी अपने चरम पर हो सकती है।

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