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हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन यानी 4 दिसंबर 2025 (गुरुवार) को भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में मिश्रित रुझान देखने को मिल सकता है। एक तरफ जहां ग्लोबल मार्केट से पॉजिटिव संकेत मिल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ निवेशक कल (5 दिसंबर) आने वाली RBI की मौद्रिक नीति (Credit Policy) से पहले सतर्क नजर आ रहे हैं।
बुधवार को बाजार में सुस्ती रही थी, लेकिन बैंक निफ्टी ने मजबूती दिखाई। आइए जानते हैं कि आज निफ्टी और सेंसेक्स की चाल कैसी रह सकती है और इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन से लेवल्स अहम होंगे।
ग्लोबल मार्केट्स से संकेत (Global Cues)
आज के लिए ग्लोबल संकेत सकारात्मक नजर आ रहे हैं:
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अमेरिकी बाजार: बीती रात अमेरिकी बाजारों में अच्छी तेजी देखने को मिली। टेक शेयरों में खरीदारी से Nasdaq और S&P 500 हरे निशान में बंद हुए। Dow Jones में भी बढ़त रही।
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एशियाई बाजार: आज सुबह एशियाई बाजारों की शुरुआत मिली-जुली रही है, लेकिन गिफ्ट निफ्टी (Gift Nifty) हल्की बढ़त के साथ 26,150 के आसपास कारोबार कर रहा है, जो भारतीय बाजार के लिए फ्लैट-टू-पॉजिटिव शुरुआत का संकेत है।
आज कैसी रहेगी निफ्टी की चाल? (Nifty Prediction)
तकनीकी चार्ट्स पर निफ्टी 50 एक दायरे में कारोबार करता दिख रहा है।
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सपोर्ट लेवल: बाजार के जानकारों के अनुसार, निफ्टी के लिए 25,900 - 25,950 का जोन एक मजबूत सपोर्ट है। अगर यह टूटता है, तो गिरावट बढ़ सकती है।
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रेसिस्टेंस लेवल: ऊपर की तरफ 26,200 - 26,300 एक कड़ा प्रतिरोध (Resistance) बना हुआ है। जब तक निफ्टी इसके ऊपर क्लोजिंग नहीं देता, तब तक बड़ी तेजी की उम्मीद कम है।
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रणनीति: एक्सपर्ट्स आज 'Buy on Dips' (गिरावट पर खरीदारी) की सलाह दे रहे हैं, बशर्ते ग्लोबल संकेत साथ दें।
बैंक निफ्टी का आउटलुक (Bank Nifty Outlook)
बुधवार को बैंक निफ्टी ने आउटपरफॉर्म किया था।
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सपोर्ट: 59,000 और 58,800 अहम सपोर्ट स्तर हैं।
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रेसिस्टेंस: 60,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर एक बड़ी बाधा है। अगर बैंक निफ्टी 60,100 के पार निकलता है, तो इसमें नई तेजी आ सकती है।
आज इन सेक्टर्स पर रहेगी नजर
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बैंकिंग और फाइनेंस: RBI पॉलिसी से पहले इन शेयरों में हलचल रहेगी।
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IT सेक्टर: अमेरिका में टेक शेयरों की तेजी का असर भारतीय IT कंपनियों (जैसे Infosys, TCS) पर दिख सकता है।
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एनर्जी और पावर: IEX और Petronet LNG जैसी कंपनियों में खबरों के चलते एक्शन दिख सकता है।
FIIs और DIIs के आंकड़े
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है, हालांकि घरेलू निवेशक (DIIs) बाजार को सपोर्ट दे रहे हैं। आज के सत्र में FIIs के प्रवाह पर भी बाजार की दिशा निर्भर करेगी।

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